Sunday, 30 July 2023

समानार्थी शब्द


● अनाथ = पोरका

● अनर्थ = संकट

● अपघात = दुर्घटना 

● अपेक्षाभंग = हिरमोड

● अभिवादन = नमस्कार, वंदन, प्रणाम 

● अभिनंदन = गौरव

● अभिमान = गर्व 

● अभिनेता = नट

● अरण्य = वन, जंगल, कानन  

● अवघड = कठीण

● अवचित = एकदम

● अवर्षण = दुष्काळ

● अविरत = सतत, अखंड

● अडचण = समस्या

● अभ्यास = सराव  

● अन्न = आहार, खाद्य 

● अग्नी = आग

● अचल = शांत, स्थिर

● अचंबा = आश्चर्य, नवल

● अतिथी = पाहुणा  

● अत्याचार = अन्याय

● अपराध = गुन्हा, दोष

● अपमान = मानभंग

● अपाय = इजा 

● अश्रू = आसू 

● अंबर = वस्त्र

● अमृत = पीयूष

● अहंकार = गर्व

● अंक = आकडा

● आई = माता, माय, जननी, माउली 

● आकाश = आभाळ, गगन, नभ, अंबर 

● आठवण = स्मरण, स्मृती, सय

● आठवडा = सप्ताह 

● आनंद = हर्ष

● आजारी = पीडित, रोगी 

● आयुष्य = जीवन, हयात

● आतुरता = उत्सुकता  

● आरोपी = गुन्हेगार, अपराधी 

● आश्चर्य = नवल, अचंबा

● आसन = बैठक

● आदर = मान  

● आवाज = ध्वनी, रव 

● आज्ञा = आदेश, हुकूम

● आपुलकी = जवळीकता 

● आपत्ती = संकट

● आरसा = दर्पण 

● आरंभ = सुरवात

● आशा = इच्छा

● आस = मनीषा

● आसक्ती = लोभ

● आशीर्वाद = शुभचिंतन 

● इलाज = उपाय

● इशारा = सूचना

● इंद्र = सुरेंद्र

● इहलोक = मृत्युलोक

● ईर्षा = चुरस  

● उत्सव = समारंभ, सण, सोहळा

● उक्ती = वचन 

● उशीर = विलंब

● उणीव = कमतरता

● उपवन = बगीचा

● उदर = पोट

● उदास = खिन्न

● उत्कर्ष = भरभराट

● उपद्रव = त्रास

● उपेक्षा = हेळसांड

● ऊर्जा = शक्ती

● ॠण = कर्ज 

● ॠतू = मोसम

● एकजूट = एकी, ऐक्य

● ऐश्वर्य = वैभव

● ऐट = रुबाब, डौल 

● ओझे = वजन, भार 

● ओढा = झरा, नाला 

● ओळख = परिचय

● औक्षण = ओवाळणे 

● अंत = शेवट 

● अंग = शरीर

● अंघोळ = स्नान 

● अंधार = काळोख, तिमिर

● अंगण = आवार

● अंगार = निखारा

● अंतरिक्ष = अवकाश 

● कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत 

● कठीण = अवघड 

● कविता = काव्य, पद्य 

● करमणूक = मनोरंजन

● कठोर = निर्दय

● कनक = सोने

● कटी = कंबर

● कमळ = पंकज

● कपाळ = ललाट

● कष्ट = श्रम, मेहनत 

● कंजूष = कृपण  

● काम = कार्य, काज

● काठ = किनारा, तीर, तट

● काळ = समय, वेळ, अवधी 

● कान = श्रवण

● कावळा = काक

● काष्ठ = लाकूड

● किल्ला = गड, दुर्ग 

● किमया = जादू 

● कार्य = काम 

● कारागृह = कैदखाना, तुरुंग

● कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती 

● कुतूहल = उत्सुकता

● कुटुंब = परिवार

● कुशल = हुशार, तरबेज   

● कुत्रा = श्वान  

● कुटी = झोपडी

● कुचंबणा = घुसमट

● कृपण = कंजूष

● कृश = हडकुळा

● कोवळीक = कोमलता

● कोठार = भांडार

● कोळिष्टक = जळमट

● खण = कप्पा  

● खडक = मोठा दगड, पाषाण

● खटाटोप = प्रयत्न

● खग = पक्षी

● खड्ग = तलवार

● खरेपणा = न्यायनीती 

● ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक 

● खात्री = विश्वास

●खाली जाणे = अधोगती  

● खिडकी = गवाक्ष

● खेडे = गाव, ग्राम  

● खोड्या = चेष्टा, मस्करी 

● गरज = आवश्यकता

● गवत = तृण 

● गर्व = अहंकार 

● गाय = धेनू, गोमाता

● गाणे = गीत, गान 

● गंमत = मौज, मजा

● गंध = वास, दरवळ

● ग्रंथ = पुस्तक  

● गाव = ग्राम, खेडे

● गुन्हा = अपराध

● गुलामी = दास्य 

● गोड = मधुर  

● गोणी = पोते 

● गोष्ट = कहाणी, कथा

● गौरव = सन्मान  

● ग्राहक = गिऱ्हाईक  

● घर = सदन, गृह, निकेतन, आलय 

● घरटे = खोपा

● घागर = घडा, मडके  

● घोडा = अश्व, हय, वारू 



No comments:

Post a Comment