● अनाथ = पोरका
● अनर्थ = संकट
● अपघात = दुर्घटना
● अपेक्षाभंग = हिरमोड
● अभिवादन = नमस्कार, वंदन, प्रणाम
● अभिनंदन = गौरव
● अभिमान = गर्व
● अभिनेता = नट
● अरण्य = वन, जंगल, कानन
● अवघड = कठीण
● अवचित = एकदम
● अवर्षण = दुष्काळ
● अविरत = सतत, अखंड
● अडचण = समस्या
● अभ्यास = सराव
● अन्न = आहार, खाद्य
● अग्नी = आग
● अचल = शांत, स्थिर
● अचंबा = आश्चर्य, नवल
● अतिथी = पाहुणा
● अत्याचार = अन्याय
● अपराध = गुन्हा, दोष
● अपमान = मानभंग
● अपाय = इजा
● अश्रू = आसू
● अंबर = वस्त्र
● अमृत = पीयूष
● अहंकार = गर्व
● अंक = आकडा
● आई = माता, माय, जननी, माउली
● आकाश = आभाळ, गगन, नभ, अंबर
● आठवण = स्मरण, स्मृती, सय
● आठवडा = सप्ताह
● आनंद = हर्ष
● आजारी = पीडित, रोगी
● आयुष्य = जीवन, हयात
● आतुरता = उत्सुकता
● आरोपी = गुन्हेगार, अपराधी
● आश्चर्य = नवल, अचंबा
● आसन = बैठक
● आदर = मान
● आवाज = ध्वनी, रव
● आज्ञा = आदेश, हुकूम
● आपुलकी = जवळीकता
● आपत्ती = संकट
● आरसा = दर्पण
● आरंभ = सुरवात
● आशा = इच्छा
● आस = मनीषा
● आसक्ती = लोभ
● आशीर्वाद = शुभचिंतन
● इलाज = उपाय
● इशारा = सूचना
● इंद्र = सुरेंद्र
● इहलोक = मृत्युलोक
● ईर्षा = चुरस
● उत्सव = समारंभ, सण, सोहळा
● उक्ती = वचन
● उशीर = विलंब
● उणीव = कमतरता
● उपवन = बगीचा
● उदर = पोट
● उदास = खिन्न
● उत्कर्ष = भरभराट
● उपद्रव = त्रास
● उपेक्षा = हेळसांड
● ऊर्जा = शक्ती
● ॠण = कर्ज
● ॠतू = मोसम
● एकजूट = एकी, ऐक्य
● ऐश्वर्य = वैभव
● ऐट = रुबाब, डौल
● ओझे = वजन, भार
● ओढा = झरा, नाला
● ओळख = परिचय
● औक्षण = ओवाळणे
● अंत = शेवट
● अंग = शरीर
● अंघोळ = स्नान
● अंधार = काळोख, तिमिर
● अंगण = आवार
● अंगार = निखारा
● अंतरिक्ष = अवकाश
● कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत
● कठीण = अवघड
● कविता = काव्य, पद्य
● करमणूक = मनोरंजन
● कठोर = निर्दय
● कनक = सोने
● कटी = कंबर
● कमळ = पंकज
● कपाळ = ललाट
● कष्ट = श्रम, मेहनत
● कंजूष = कृपण
● काम = कार्य, काज
● काठ = किनारा, तीर, तट
● काळ = समय, वेळ, अवधी
● कान = श्रवण
● कावळा = काक
● काष्ठ = लाकूड
● किल्ला = गड, दुर्ग
● किमया = जादू
● कार्य = काम
● कारागृह = कैदखाना, तुरुंग
● कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती
● कुतूहल = उत्सुकता
● कुटुंब = परिवार
● कुशल = हुशार, तरबेज
● कुत्रा = श्वान
● कुटी = झोपडी
● कुचंबणा = घुसमट
● कृपण = कंजूष
● कृश = हडकुळा
● कोवळीक = कोमलता
● कोठार = भांडार
● कोळिष्टक = जळमट
● खण = कप्पा
● खडक = मोठा दगड, पाषाण
● खटाटोप = प्रयत्न
● खग = पक्षी
● खड्ग = तलवार
● खरेपणा = न्यायनीती
● ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक
● खात्री = विश्वास
●खाली जाणे = अधोगती
● खिडकी = गवाक्ष
● खेडे = गाव, ग्राम
● खोड्या = चेष्टा, मस्करी
● गरज = आवश्यकता
● गवत = तृण
● गर्व = अहंकार
● गाय = धेनू, गोमाता
● गाणे = गीत, गान
● गंमत = मौज, मजा
● गंध = वास, दरवळ
● ग्रंथ = पुस्तक
● गाव = ग्राम, खेडे
● गुन्हा = अपराध
● गुलामी = दास्य
● गोड = मधुर
● गोणी = पोते
● गोष्ट = कहाणी, कथा
● गौरव = सन्मान
● ग्राहक = गिऱ्हाईक
● घर = सदन, गृह, निकेतन, आलय
● घरटे = खोपा
● घागर = घडा, मडके
● घोडा = अश्व, हय, वारू
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