कथा = गोष्ट, कहाणी, हकिकत
कठीण = अवघड
कविता = काव्य, पद्य
करमणूक = मनोरंजन
कठोर = निर्दय
कनक = सोने
कटी = कंबर
कमळ = पंकज, अंबुज, नलिनी, अळत, पद्म, सरोज, अंभोज, अरविंद, राजीव, अब्ज
कपाळ = ललाट, भाल, कपोल, निढळ, अलिक
कष्ट = श्रम, मेहनत
कंजूष = कृपण
काम = कार्य, काज
काठ = किनारा, तीर, तट
काळ = समय, वेळ, अवधी
कान = श्रवण
कावळा = काक, एकाक्ष, वायस
कालांतराने = दिसामासा
काष्ठ = लाकूड
कासव = कूर्म, कामट, कमठ, कच्छप, कच्छ
किल्ला = गड, दुर्ग
किमया = जादू
कार्य = काम
कार्यक्षम = कुशल, दक्ष, निपुण, हुशार
कारागृह = कैदखाना, तुरुंग
कीर्ती = प्रसिद्धी, लौकिक, ख्याती
कुतूहल = उत्सुकता
कुटुंब = परिवार
कुशल = हुशार, तरबेज
कुत्रा = श्वान
कुटी = झोपडी
कुचंबणा = घुसमट
कृपण = कंजूष
कृश = हडकुळा
कोवळीक = कोमलता
कोठार = भांडार
कोळिष्टक = जळमट
खण = कप्पा
खल = नीच, दुष्ट, दुर्जन
खडक = मोठा दगड, पाषाण
खटाटोप = प्रयत्न
खग = पक्षी, विहंग, व्दिज, अंडज, शकुन्त
खड्ग = तलवार
खरेपणा = न्यायनीती
ख्याती = कीर्ती, प्रसिद्धी, लौकिक
खात्री = विश्वास
खाली जाणे = अधोगती
खाटा करणे = आंबवणे
खिडकी = गवाक्ष
खेडे = गाव, ग्राम
खोड्या = चेष्टा, मस्करी
▼
No comments:
Post a Comment