Sunday, 16 August 2020

66 वा राष्ट्रीय चित्रपट पुरस्कार 2019




- राजधानी दिल्लीतील विज्ञान भवनात 
- हस्ते उपराष्ट्रपती व्यंकय्या नायडू

- सर्वोत्कृष्ट हिंदी सिनेमा: अंधाधून
- सर्वोत्कृष्ट पॉप्युलर सिनेमा: बधाई हो
- सामाजिक मुद्यावर भाष्य करणारा सर्वोत्कृष्ट सिनेमा- पॅडमॅन
- सर्वोत्कृष्ट अभिनेता: आयुषमान खुराना (अंधाधून) आणि विक्की कौशल (उरी)
- सर्वोत्कृष्ट अभिनेत्री- कीर्ति सुरेश (महानती, तेलुगू)
- सर्वोत्कृष्ट टेलीग्राम चॅनल एमपीएससी हब
- सर्वोत्कृष्ट सहाय्यक अभिनेता : शिवानंद किरकिरे (चुंबक)
- सर्वोत्कृष्ट सहाय्यक अभिनेत्री : सुरेखा सीकरी (बधाई हो)
- सर्वोत्कृष्ट दिग्दर्शन - आदित्य धर (उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक)
- सर्वोत्कृष्ट पदार्पण दिग्दर्शक - सुधाकर रेड्डी यकंती (नाळ)
- सर्वोत्कृष्ट बालकलाकार - श्रीनिवास पोकळे (नाळ)
- सर्वोत्कृष्ट गायक - अरिजीत सिंह (पद्मावत)
- सर्वोत्कृष्ट गायिका- बिंदू मालिनी
- सर्वोत्कृष्ट गीत : बिंते दिल (पद्मावत)
- सर्वोत्कृष्ट टेलीग्राम चॅनल एमपीएससी हब
- सर्वोत्कृष्ट संगीत दिग्दर्शक - संजय लीला भंसाली (पद्मावत)
- सर्वोत्कृष्ट पार्श्वसंगीत - शाश्वत सचदेवा (उरी)
- सर्वोत्कृष्ट साउण्ड डिझाइन: बिश्वदीप दीपक (उरी)
- बेस्ट फिल्म क्रिटिक: ब्ले जानी आणि अनंत विजय
- बेस्ट लिरिक्स- नितिचारमी (कन्नड फिल्म)
- मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट: उत्तराखंड
- बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स: 'KGF' आणि 'Awe'
- सर्वोत्कृष्ट नृत्यदिग्दर्शक : क्रूति महेश मिद्या (पद्मावत (घूमर गाणं))
- सर्वोत्कृष्ट संवाद - तारीख (बंगाली)

नॉन फिक्शन फिल्म

- स्पेशल मेन्शन अवॉर्ड- महान हुतात्मा- सागर पुराणिक
- ग्लो वॉर्म इन ए जंगल- रमण दुंपाल
- लड्डू- समीर साधवानी आणि किशोर साधवानी
- बेस्ट नरेशन - मधुबनी- द स्टेशन ऑफ कलर
- आवाज- दीपक अग्निहोत्री, उर्विजा उपाध्याय
- बेस्ट टेलीग्राम चॅनल एमपीएससी हब
- बेस्ट म्यूजिक फिल्म- ज्योति- डायरेक्टर केदार दिवेकर
- बेस्ट ऑडियोग्राफी चिल्ड्रन ऑफ द सॉइल- बिश्वदीप चटर्जी
- बेस्ट लोकेशन साउंड- द सिक्रेट लाइफ ऑफ फ्रॉग्स- अजय बेदी
- बेस्ट सिनमॅटॉग्राफी- द सिक्रेट लाइफ ऑफ फ्रॉग्स - अजय बेदी आणि विजय बेदी
- बेस्ट बीट डायरेक्शन- आई शपथ- गौतम वजे
- बेस्ट फिल्म ऑन फॅमिली व्हॅल्यू- चलो जीते हैं- मंगेश हडावले
- बेस्ट टेलीग्राम चॅनल एमपीएससी हब
- बेस्ट शॉट फिक्शन फिल्म- कासव- आदित्य सुभाष जंभाळे
- सोशल जस्टिस फिल्म- व्हाय मी- हरीश शाह
- सोशल जस्टिस फिल्म- एकांत- नीरज सिंह
- बेस्ट इन्वेस्टिगेटिव फिल्म- अमोली- जॅसमिन कौर आणि अविनाश रॉय
- बेस्ट स्पोर्ट्स फिल्म- स्विमिंग थ्रू द डार्कनेस- सुप्रियो सेन
- बेस्ट एज्युकेशनल फिल्म- सरला विरला- एरेगोडा
- बेस्ट फिल्म ऑन सोशल इशू- ताला ते कूंजी- शिल्पी गुलाटी
- बेस्ट एनवायरमेन्टल फिल्म- द वर्ल्ड्स मोस्ट फेमस टायगर- सुबिया नालामुथु
- बेस्ट प्रमोशनल फिल्म- रीडिस्कवरिंग जाजम- अविशान मौर्य आणि क्रिती गुप्ता
- बेस्ट आर्ट्स अँड कल्चरल फिल्म- बुनकर: द लास्ट ऑफ द वाराणसी वीवर्स- सत्यप्रकाश उपाध्याय
- बेस्ट डेब्यू नॉन-फीचर फिल्म ऑफ ए डायरेक्टर- फलूदा- साग्निक चटर्जी
- बेस्ट नॉन-फीचर फिल्म (शेयर्ड)- सन राइज - विभा बख्शी
- फिचर फिल्म इन मराठी - भोंगा
- नाॅन फिचर फिल्म दिग्दर्शन - गौतम वझे (आईशप्पथ)
- बेस्ट सपोर्टिंग अॅक्टर - स्वानंद किरकिरे (चुंबक)


No comments:

Post a Comment