Wednesday, 15 June 2022

मराठी :- सजातीय स्वरसंधी किंवा दिर्घत्वसंधी

दोन सजातीय स्वर लागोपाठ आल्यास त्या दोघांबद्दल त्याच जातीतील एकच दीर्घ स्वर येतो याला सजातीय स्वरसंधी किंवा दिर्घत्वसंधी असे म्हणतात.

सजातीय स्वरसंधीची उदाहरणे पुढीलप्रमाणे आहेत.

अ +अ = आ    

१. सूर्य + अस्त = सूर्यास्त

२. कट + अक्ष = कटाक्ष

३. रूप + अंतर = रुपांतर

४. मिष्ट + अन्न = मिष्टान्न

५. स + अभिनय = साभिनय

६. प्रथम + अध्याय = प्रथमाध्याय

७. सह + अध्यायी = सहाध्यायी

८. पुरुष + अर्थ = पुरुषार्थ

९. सह + अनुभूती = सहानुभूती

१०. मंद + अंध = मंदांध

११. स्वभाव + अनुसार = स्वभावानुसार

🟤 अ + आ = आ 🟤

१. देव + आलय = देवालय

२. हिम + आलय = हिमालय

३. फल + आहार = फलाहार

४. अनाथ + आश्रम = अनाथाश्रम

५. गोल + आकार = गोलाकार

६. मंत्र + आलय = मंत्रालय

७. शिशिर + आगमन = शिशिरागमन

८. प्रथम + अध्याय = प्रथमाध्याय

९. धन + आदेश = धनादेश

१०. जन + आदेश = जनादेश

११. दुख: + आर्त = दुखार्त

१२. नील + आकाश = नीलाकाश

१३. कार्य + आरंभ = कार्यारंभ

🟤 आ +आ = आ 🟤

१. महिला + आश्रम = महिलाश्रम 

२. राजा + आश्रय = राजाश्रय

३. कला + आनंद = कलानंद

४. विद्या + आलय = विद्यालय

५. राजा + आज्ञा = राजाज्ञा

६. चिंता + आतुर = चिंतातुर

🟤 इ+ इ = ई 🟤

१. मुनी + इच्छा = मुनीच्छा

२. कवि + इच्छा = कवीच्छा

🟤 इ+ इ = ई 🟤

१. मुनी + इच्छा = मुनीच्छा

२. कवि + इच्छा = कवीच्छा

३. अभि + इष्ट = अभीष्ट

🟤 इ+ ई = ई 🟤

१. गिरि + ईश = गिरीश

२. कवि + ईश्वर = कवीश्वर

३. परि + ईक्षा = परीक्षा

🟤 ई+ इ = ई 🟤

१. गोमती + इच्छा = गोमतीच्छा

२. रवी + इंद्र = रवींद्र

३. मही+  इंद्र = महिंद्र

🟤 ई+ ई = ई 🟤

१. मही + ईश = महीश

२. पार्वती + ईश = पार्वती

🟤 उ +उ = ऊ 🟤

१. गुरु + उपदेश = गुरुपदेश

२. भानु + उदय = भानुदय

🟤 ऊ +उ = ऊ 🟤

१. भू + उद्धार = भूद्धार

२. वधू + उत्कर्ष = वधूत्कर्ष

३. लघू + उत्तरी = लघूत्तरी

ऋ+ ऋ = ऋ

१. मातृ + ऋण = मातृण

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